सोमवार, 7 मार्च 2011

ये दुआएँ हैं

बेटा दूर जाए तो माँ का दिल कुछ ऐसे धड़कता है ....

जा तो रहे हो लाडले
दूर तुम
पापा की आँखों के तारे
माँ के मन-प्राण
साथ खेले , बड़े हुए , अपनी बहनों की धड़कन
लाख चाहें जल्दी मिल पायेंगे तुम्हें
दूरियाँ इतनी !

पापा जब जब तुम से भिड़ जाते
" यहीं रहो , यहीं रहो " यही कहते
वो प्यार है , दुलार है , चिन्ता तुम्हारे स्वास्थ्य की
छाया में अपनी चाहते , तुम्हें रखना
उड़ जायेंगे ये दिन भी
थोड़ा धीरे धीरे हमारे लिये

फूलो फलो , आगे बढ़ो
आकाश सी ऊँचाइयों के गले लगो
जो पाओगे , वो लाख गुना तुम्हारी उम्मीदों से बढ़ कर हो


ये दुआएँ हैं
कह दो इन चाँद सितारों से
हर रात चमकना होगा इन्हें
परदेस में मेरे लाडले को हिफाज़त से रखना होगा इन्हें
कोई माँ बैठी है इबादत में
घड़ियाँ गिनती , कलियाँ चुनती